Last updated on : 19 Feb, 2025
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सीने में दर्द के कई कारण होते हैं । ऐसे में सबसे पहला सवाल यह आता है कि सीने में दर्द हो तो क्या करे?
इसके लिए यह जानना जरुरी है कि सीने के दर्द में किस तरह के लक्षण महसूस होते हैं। छाती में भारीपन व दर्द, हल्का-हल्का दर्द होता है। इस ब्लॉग में जानते हैं कि चेस्ट पेन होने पर क्या करें, इसके लक्षण क्या होते हैं और इसके घरेलू उपचार कौन-कौन से हैं।
सीने में दर्द एक प्रकार की असुविधा है जो आप अपनी गर्दन और ऊपरी पेट के बीच कहीं भी महसूस करते हैं । सीने में दर्द से पीड़ित कई लोगों को डर लगता है कि उन्हें दिल का दौरा (मायोकार्डियल इंफार्क्शन)आ जाता है। यहां यह जानना जरूरी है कि सीने में दर्द के कारण भिन्न भिन्न हो सकते हैं। कुछ कारण आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक नहीं होते हैं, जबकि अन्य कारण गंभीर होते हैं और कुछ मामलों में, जीवन के लिए खतरा भी बन सकते हैं।
भारत में हृदय रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रहा है। बदलती जीवनशैली और खानपान की आदतों के कारण मोटापा, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां आम हो गई है । और अब युवा भी हृदय रोगों के शिकार हो रहे हैं। एक अध्ययन के अनुसार, 50 साल से कम उम्र के आधे से ज्यादा लोग हृदय रोग के खतरे में हैं। हृदय रोगियों की गणना में पुरुषों की संख्या ज्यादा है महिलाओं से ।
आपको यह जानना बहुत जरूरी है कि अगर चेस्ट पेन गंभीर हो जाये तो किस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। नीचे हृदय समस्या के लक्षण दिए गए है :-
चेस्ट पेन को कैसे ठीक करें ? इसका जवाब हमें तब मिलेगा जब हम यह जान लेंगे की सीने में दर्द होने के कारण क्या है? सीने में दर्द का होना हृदय से जुड़ी समस्याओं के अलावा कुछ और अन्य कारणों से भी हो सकता है। गर्दन के निचले हिस्से से लेकर पेट के ऊपरी हिस्से तक कहीं भी भारीपन व दर्द महसूस हो सकता है।
चलिये जानते हैं चेस्ट पेन क्यों होता हैं और इसके कारण क्या है –
सीने में दर्द से बचाव करना बेहद जरुरी है जिससे कि यह स्थिति गंभीर न हो जाये। अक्सर सीने का दर्द सीधा हृदय से जुड़ा हुआ होता है इसीलिए इसका बचाव करने के लिए सबसे जरुरी है अपनी जीवनशैली में बदलाव और साथ ही खान-पान में भी जरूरी बदलाव लाना।
निम्नलिखिंत जीवनशैली के बदलाव से सीने के दर्द में कुछ राहत मिल सकती है:
निम्नलिखिंत खानपान के बदलाव से सीने के दर्द में कुछ राहत मिल सकती है:
सीने में दर्द होना एक बड़ी समस्या है जिसका उपाय करना अतिआवश्यक है। आप कुछ घरेलू उपाय के द्वारा भी सीने के दर्द को ठीक कर सकते हैं। सीने में दर्द के घरेलू उपाय निम्नलिखित है:-
लहसुन छाती में दर्द के लिए बहुत उपयोगी है। एक अध्ययन के मुताबित रोजाना लहसुन खाने से हृदय रोग होने की संभावना कम हो जाती है और उसका इलाज करने में मदद मिलती है। रोजाना 1 चम्मच लहसून का रस गर्म पानी में डालकर सेवन करें।
अदरक भी हृदय रोगों में उपयोगी होता है। अदरक में जिंजरोल नामक रासायनिक यौगिक होता है जो कोलेस्ट्राल के स्तर को कम करता है। अदरक में एंटीऑक्सीडेंट के गुण भी होते हैं।
तुलसी के पत्ते में विटामिन K और मैग्नीशियम पाया जाता है। मैग्नीशियम हृदय में रक्त प्रवाह में कोलेस्ट्रॉल के निर्माण को रोकता है। एक चम्मच तुलसी के रस को शहद के साथ सेवन करने से लाभ मिलता है या 8-10 पत्ते तुलसी के खाने से भी सीने के दर्द में आराम मिलता है।
बादाम काफी स्वास्थ्य वर्धक होता है। ये कोलेस्ट्राल को कम करता है और सीने में दर्द होने के खतरे को कम करता है। सीने में दर्द होने पर बादाम का तेल सीने में धीरे-धीरे लगाए। इससे सीने में गर्माहट के साथ साथ राहत भी मिलती है।
हल्दी में करक्यूमिन अधिक मात्रा में मौजूद होता है। इसका सबसे महत्वपूर्ण काम है खून के थक्के बनाना और धमनी प्लाक को कम करना । रोजाना हल्दी गर्म दूध में मिलाकर पिये इससे सीने के दर्द में आराम मिलता है।
अनार के जूस के नियमित सेवन से इसमें मौजूद प्रभारी एन्टीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लैमेटरी गुण सीने में दर्द को रोकता हैं। यह तनाव को कम कर धमनियों की दीवारों में होने वाले नुकसान और ऑक्सीकरण को रोकने में मदद करता है।
एलोवेरा एक चमत्कारी पौधा है इसमें कई तरह के औषधीय गुण मौजूद होते हैं इसमें मौजूद गुण हृदय को मजबूत करने में मदद करता है। रोजाना 1/4 कप जूस गर्म पानी के साथ सेवन करें।
यदि आपको सीने में दर्द होने लगे और यह असहनीय होता जा रहा हो और घरेलू नुस्खों को अपनाकर भी कोई आराम ना मिल रहा हो तो इस स्थिति को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ऐसी स्थिति में तुरन्त डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। हृदय विशेषज्ञों के पास आधुनिक तकनीक से जांच करने के उपकरणों के साथ एक्सपर्ट्स भी होते है जो आपकी बेहतर तरीके से परिक्षण करके सहायता करेंगे।
आज के समय में युवा पीढ़ी का जीवन इतना भाग-दौड़ भरा हो गया है कि उनकी जीवनशैली पूरी उथल-पुथल हो गयी है। हृदय रोग का मुख्य कारण अनियमित खानपान और खराब जीवनशैली है। हृदय रोग के शुरुआती लक्षण में सीने में दर्द, जबड़े में दर्द, इसके बाद उल्टियां,अचानक पसीना आना आदि है।
दिल की समस्याएं, फेफड़ों की बीमारियां, पाचन तंत्र की समस्याएं, मांसपेशियों में खिंचाव आदि कई कारण हो सकते हैं जिससे सीने में दर्द होना संभव है।
छाती में चुभन जैसा दर्द अक्सर दिल का दौरा, फेफड़ों में संक्रमण, एसिडिटी आदि जैसे कई कारण हो सकते हैं।
सांस लेने में सीने में दर्द हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें क्योंकि यह गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।
कुछ मामले जैसे एसिडिटी में, गर्म पानी पीने से आराम मिल सकता है लेकिन सभी प्रकार के सीने के दर्द के लिए यह समाधान नहीं है। सीने में दर्द को कभी नज़रअंदाज़ ना करें।
छाती के बाईं ओर दर्द होने पर अधिकतर दिल का दौरा जैसी गंभीर समस्या हो सकती है इसलिए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
हाँ, तनाव के कारण भी सीने में दर्द हो सकता है।
सीने के दर्द की दवा डॉक्टर ही तय कर सकते हैं। बिना डॉक्टर की सलाह के कोई दवा न लें।
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